The Single Best Strategy To Use For hanuman mohini mantra
The Single Best Strategy To Use For hanuman mohini mantra
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मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्।
उनका नाम सुमिरन करने से ही भक्तो के सारे काम बन जाएंगे
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स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत्।।
इसलिए इनका नाम संकटमोचन भी है
ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय रामसेवकाय रामभक्तितत्पराय रामहृदयाय लक्ष्मणशक्ति भेदनिवावरणाय लक्ष्मणरक्षकाय दुष्टनिबर्हणाय रामदूताय स्वाहा।
हनुमान जी यानि बल-बुद्धि और कौशल के दाता, श्री राम जी के परम भक्त और भगवान शिव के रुद्रावतार।
सर्वविघ्न व ग्रहभयनिवारणार्थ हनुमान मंत्र
manojavam maarutatulyavegam jitendriyam buddhimataam variṣṭham. Vaataatmajam vaanarayuthamukhyam shreeraamadutam sharaṇaam prapadye॥
ये वही अष्टसिद्धियां और नव निधियां हैं जो कलयुग में हनुमान जी के भक्तो के कल्याण का काम करती हैं
हनुमान गायत्री मंत्र -“ऊँ आञ्जनेयाय विद्महे, वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्।”
र्थिकज्वर विष्णुज्वरमहेशज्वरं निवारय निवारय website स्वाहा।
For every Wikipedia, her reference is to start with found in the Mahabharata while in the Samudra Manthana episode when she tricked asuras by her magnificence and gave nectar to gods only
ॐ हं हनुमते नम:। ‘ ”अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥” ‘ॐ अंजनिसुताय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो मारुति प्रचोदयात्।